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Showing posts from April, 2017

विवेक विचार : संत श्री आशाराम बापू सत्संग

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द आइडियाज ऑफ इंडिया

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        “क्या आपको पता है कि ईसा पूर्व 800 साल पहले वैदिक काल के पुजारी तथाकथित पाइथागोरियन थ्योरम का इस्तेमाल अग्निवेदी तैयार करने में किया करते थे?” [i] इसलिए अमेरिकन फील्ड्स मेडल विजेता गणितज्ञ डेविड ममफोर्ड की पुस्तक मैथेमेटिक्स इन इंडिया का अध्ययन शुरू करें जिसे एक अन्य लेखक गणितज्ञ किम प्लोफकर ने पूरा किया है.   भारत में ही नहीं, बल्कि पूरी दुनिया में उपरोक्त सवाल का जवाब होगा - नहीं.      ममफोर्ड ने लिखा है कि पाइथागोरस थ्योरम को तार्किक तरीके से  Baudhayana’s theorem यानी ‘बौधायन का प्रमेय’ कहा जाना चाहिए क्योंकि बौधायन ने ही इस Numerical theory के नियम लिखे . आप पूछ सकते हैं- कौन बौधायन  ? "Idea of India को लेकर भारत में बहुत बोला जाता है लेकिन ideas of India के बारे बहुत कम बातें होती हैं।"      समस्या यहीं होती है। Idea of India को लेकर भारत में बहुत बोला जाता है लेकिन ideas of India (प्रसंगवश बौधायन, प्राचीन भारत में एक विद्वान तपस्वी थे) के बारे बहुत कम बातें हो...

गुरु ज्ञान अवं सिद्धातों को प्रधानता दे के चलने वाले सदशिष्य - डी जी वंजारा .

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    आज में गुरूजी के वो सदशिष्य के बारे में लिखने जा रहा हु. जिसके कारनामो की आज गुजरात ही नहीं पर पूरा देश सराहना कर रहा हे . देश के  युवा अवं हरेक वो शख्स जो सुरक्षा सेवा से जुड़ा हो वो आज उसे अपना आदर्श मानते हे . जिन्होंने गुजरात को दुशारा कश्मीर बनने से रोका . जी हा में बात कर रहा हु डी जी वंजारा की जिसका पूरा नाम " डाह्याजी गोबरजी वंजारा " . हाल कुश ही दिनों में वंजाराजी ने बापूजी से मुलाकात की ये हम जानते हे , पर क्या हम ये जानते हे  जो कई दशको से बापूजी के साधक हे , जेल अपनी कुटिया में बापूजी की तसवीर साथ रखते थे , जब वो साबरमती जेल में थे तब हमेशा मोटेरा आश्रम से फल फुल दूध जो कुश भी भेजा जाता तो वो प्रसाद समजकर ग्रहण करते और उसके वो आग्रही थे . एक बार रिपोटर के पूछने पर कहा था " वो अख़बार या TV नहीं देखते बल्कि अपने गुरु बापूजी के सत्संग वाणी से प्रेरणा मिलती हे " अपने ७-८ साल जेल के दोरान बापूजी समर्पित  कई कविताये लिखी , जिनमे से एक जो 7-07-2007 को साबरमती जेल से गुरुपूर्णिमा पर लिखी थी " मेने    आज  ...